What is RD (Recurring Deposit) in Bank in Hindi

What is RD (Recurring Deposit) in Bank in Hindi | RD Kya hota Hai?

What Is RD (Recurring Deposit) in Bank in Hindi? दोस्तों आमतौर पर बैंकों में लोगों के द्वारा बचत खाता और करंट अकाउंट जैसे खाते खोले जाते हैे। बैंकों द्वारा इस अकाउंट को खोलने और ग्राहक द्वारा उसमें पैसा रखे जाने पर बैंक अपनी निर्धारित रेट के अनुसार खाताधारकों को ब्याज अदा करता है। भारत में कई सारे बैंक अपने अपने हिसाब से ब्याज दर का निर्धारण करते हैं। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम समझते हैं की Recurring Deposit क्या होता है, RD ka full form in hindi क्या है , RD full form in bank क्या होता है और रिकरिंग डिपॉजिट के बारे में पूरी जानकारी समझेंगे।

आमतौर पर लोग अपने पैसे को सेविंग अकाउंट था करंट अकाउंट में रखने की बजाएं फिक्स डिपाजिट अथवा रिकरिंग डिपॉजिट के माध्यम से बैंकों में जमा करते हैं। ऐसा करने से उन्हें सेविंग अकाउंट की अपेक्षा अधिक ब्याज प्राप्त होता है। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको रिकरिंग डिपॉजिट के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिससे कि आप आसानी से रिकरिंग डिपॉजिट के माध्यम से बैंक में पैसा जमा कर सकते हैं जो कि आपके लिए सेविंग अकाउंट के अपेक्षा अधिक लाभदायक सिद्ध होगा।

RD (recurring deposit) क्या है ?

आम बोलचाल की भाषा में RD यानी रिकरिंग डिपॉजिट को हिंदी में आवर्ती जमा के नाम से जाना जाता है । आवर्ती जमा बैंकों में एक निश्चित समय अवधि के लिए जमा की गई राशि होती है जो कि अतिरिक्त ब्याज देने वाली होती है । आवर्ती जमा में खाताधारक को प्रतिमाह अथवा प्रति वर्ष एक निश्चित धन राशि बैंक में जमा करनी होती है। इसमें लगभग वह ब्याज मिलता है जो कि फिक्स डिपॉजिट अथवा सावधि जमा मैं मिलता है। फिक्स डिपॉजिट की तरह ही लगभग 5 वर्षों में 7% प्रतिवर्ष की दर से आर डी में ब्याज दिया जाता है।

RD में जमा की गई राशि भी फिक्स डिपाजिट की तरह एक निश्चित समय के बाद मैच्योर होती है, जिसके बाद आपको ब्याज मिलना शुरू हो जाता है। आमतौर पर आवर्ती जमा अथवा रिकरिंग डिपॉजिट उन व्यक्तियों के लिए ज्यादा लाभकारी होता है जोकि नियमित और निश्चित आय वाले होते हैं।

रिकरिंग डिपॉजिट अथवा आवर्ती जमा खाताधारक के निश्चित आए नियमित और मासिक रूप से जमा करके अतिरिक्त धन प्राप्त करने का साधन है। इस प्रकार से एक निश्चित समय के बाद खाताधारकों एक निश्चित रकम बैंक द्वारा दी जाती है।

आवर्ती जमा अथवा Recurring Deposit कि विशेषताएं-

1- आवर्ती जमा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह जमा राशि 1 वर्ष से लेकर 10 वर्ष के बीच तक के समय के लिए होती है।

2- आवर्ती जमा की सुविधा भारत के सभी बैंकों की शाखाओं में उपलब्ध है।

3- आवर्ती जमा में खाताधारक के द्वारा न्यूनतम Rs. 100 से शुरुआत की जा सकती है जोकि आगे चलकर बड़ी राशि बनती है।

4- अगर खाताधारक के द्वारा किस्तों के भुगतान में विलंब किया जाता है तो उस पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है

5- यदि बैंक को लगातार छह किसने प्राप्त नहीं होती हैं तो इस परिस्थिति में खाता को समय से पहले बंद कर दिया जाएगा और खाताधारक के द्वारा भुगतान की गई राशि को उसे वापस कर दिया जाएगा।

6- आवर्ती जमा अथवा रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट खोलते समय अथवा जमा की अवधि के दौरान किसी भी समय खाताधारक द्वारा परिपक्वता राशि भुगतान हेतु निम्न आदेश किए जा सकते हैं:-

  • प्राप्तियां बचत बैंक खाते अथवा चालू बैंक खाते में जमा करें
  • आई ओ आई जारी करें
  • एसटीडीआर जारी करें

Recurring Deposit रिकरिंग डिपॉजिट के उद्देश्य-

नियमित आय अथवा वेतन पाने वाले व्यक्तियों के लिए यह योजना बहुत ही अच्छी है। यह भी एक नियमित समय के लिए मासिक किस्तों वाले अन्य योजनाओं की तरह ही है।

रिकरिंग डिपॉजिट Recurring Deposit खाता कौन खोल सकता है ?

1- कोई भी व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुरूप यह खाता खोल सकता है।

2- संयुक्त नाम के साथ एक या अन्य व्यक्ति भी इस खाते को खोल सकते हैं।

3- कोई भी नाबालिग व्यक्ति एक वयस्क गारंटी  धारक के साथ खाता खोल सकता है।

4- 10 वर्ष की उम्र के ऊपर वाले अवयस्क जो लिखना पढ़ना जानते हो और स्वयं अपने खाते का संचालन कर सकते हो( इस उम्र के नाबालिगों के लिए परिपक्वता राशि Rs 50000 से अधिक नहीं होनी चाहिए, साथ ही साथ मासिक किस्त Rs 500 से अधिक नहीं होनी चाहिए)

5- धार्मिक और साथ ही साथ शैक्षणिक संस्थान( जो वाणिज्यिक तरीके से व्यवसाय न करते हो)

6- हिंदू अविभक्त परिवार (HUF)

7- इसके साथ दृष्टिहीन और निरक्षर व्यक्ति भी इस खाते को खोल सकते हैं,

8- इस खाते को निजी व्यापारी, व्यापारी, एजेंट, पेशेवर भागीदारी फर्म, कंपनी क्लब और सोसाइटी के नाम से भी खोला जा सकता है।

आरडी (Recurring Deposit) खाते को खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज-

 A- पहचान प्रमाण पत्र के लिए( निम्नलिखित में से कोई एक)

  • पासपोर्ट
  • आधार कार्ड
  • वोटर आईडी
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पैन कार्ड
  • सरकारी अथवा रक्षा सेवा आईडी कार्ड
  • प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा जारी विशेष आईडी कार्ड

B- आवासीय पता के लिए( निम्न में से कोई एक)

  • बिजली बिल
  • टेलीफोन बिल
  • वेतन पर्ची
  • बैंक खाता  विवरण
  • प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा जारी की गई  कोई भी बिल
  • आयकर अथवा संपत्ति कर निर्धारण आदेश

 C- जन्म तिथि प्रमाण पत्र( निम्न में से कोई एक)

  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए पासपोर्ट, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, सेवा समाप्त प्रमाण पत्र,
  • अगर व्यक्ति सेवा समाप्त कर चुका हूं और पेंशन पाता हूं तो इस स्थिति में पी पी ओ

अवयस्क हेतु-

  • ग्राम पंचायत अथवा नगर निगम द्वारा जारी जन्म प्रमाण पत्र
  • खाताधारकों की दो नवीन पासपोर्ट साइज फोटो
  • ( यदि ग्राहक पहले से ही खाताधारक है तो उसे ऊपर दिए गए कागजात में विशेष छूट दिया जाता है)

Recurring Deposit के लिए जमा राशि-

  • खाताधारक द्वारा धनराशि को Rs 100 की मासिक किस्त में अथवा Rs 50 के गुणक के रूप में किस्त अदायगी की जा सकती है।
  • अगर खाताधारक लखपति है और वह Rs 1 लाख रुपए अथवा इससे अधिक का आरडी कराना चाहता है तो उसके लिए 50 रुपए के गुणक की कोई आवश्यकता नहीं होती।

Recurring Deposit के लिए जमा अवधि-

तिमाही अंतराल के साथ अर्थात 12 ,15 ,18,21,24 आदि की मैच्योरिटी के साथ कम से कम 6 माह और अधिक से अधिक 120 माह तक के लिए खाता खुलवाया जा सकता है.

Conclusion

आज इस लेख के माध्यम से हमने सीखा की RD In Bank in Hindi क्या होता है या RD क्या होता है, RD ka full form in hindi क्या है, rd full form in bank क्या होता है। यदि आपको यह जानकारी से पूर्ण लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से ज़रूर शेयर करें। हमें आपने लेखो को और बेहतर बनाने से सम्बंधित कोई भी सुझाव या यदि आपको कोई जानकारी चाहिए तो हमे नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से ज़रूर लिखें। आपके सुझाव तथा आपकी हौसलाअफ़ज़ाई हमें ऐसे ही आवश्यक जानकारी उपलब्ध करने की लिए प्रेरित करती है. धन्यवाद् जय हिन्द।

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